नई दिल्ली, 30 दिसंबर: भारत सहित दुनिया भर के तकनीकी क्षेत्र में 2023 में छंटनी हुई। हालांकि, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और जेनरेटिव एआई में प्रतिभा की बढ़ती मांग के कारण 2024 में नई नौकरियों की बाढ़ आ सकती है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में नई एआई जॉब भूमिकाएं उपलब्ध होंगी और 2025 तक भारत में 3 लाख से अधिक जेनरेटिव एआई-संबंधित नौकरियां हो सकती हैं।
टीमलीज डिजिटल के बिजनेस हेड कृष्णा विज के मुताबिक, भारत में एआई टैलेंट को लेकर मांग और आपूर्ति के बीच अंतर है। रिपोर्ट में उनके हवाले से कहा गया, "2023 में भारत में लगभग 6 लाख पेशेवरों की मांग के मुकाबले लगभग 4 लाख एआई-कुशल पेशेवर थे।" उन्होंने कहा, चूंकि शीर्ष आईटी कंपनियां एआई में निवेश करने की इच्छुक हैं, इसलिए 3 लाख से अधिक नौकरियां पैदा होने की संभावना है।
उभरती हुई नई एआई नौकरी भूमिकाएँ
तकनीकी स्टाफिंग और समाधान प्रदाता टीमलीज़ डिजिटल के अनुसार, एआई में बढ़ती रुचि और प्रगति के साथ नई नौकरी भूमिकाएँ उभर रही हैं। एआई एथिक्स विशेषज्ञ, एआई लर्निंग आर्किटेक्ट, रोबोटिक्स इंजीनियर, एआई समाधान प्रबंधक, अनुपालन विशेषज्ञ, ग्राहक अनुभव विश्लेषक, चैटबॉट डेवलपर्स, एआई पाठ्यक्रम डेवलपर्स, आपूर्ति श्रृंखला अनुकूलन विशेषज्ञ कुछ नई भूमिकाएं हैं जिनकी जल्द ही मांग हो सकती है।
कंपनियां दक्षता बढ़ाने, अंतर्दृष्टि हासिल करने और नए उत्पाद और सेवाएं बनाने के लिए एआई की क्षमता का एहसास कर रही हैं, जिससे वे प्रतिभा में भारी निवेश कर रही हैं। इसका मतलब है कि एआई नौकरियां न केवल प्रचुर मात्रा में हैं बल्कि उच्च वेतन और आशाजनक करियर पथ भी प्रदान करती हैं।
जैसे-जैसे एआई उद्योग बढ़ रहा है, आईटी कंपनियां ऐसे प्रोजेक्ट मैनेजर के पदों को भरने की कोशिश कर रही हैं जो दक्षता के साथ और समय सीमा के भीतर वांछित परिणाम दे सकें। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में एक प्रोजेक्ट मैनेजर सालाना 8,00,000 से 1,500,000 रुपये तक कमा सकता है।
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